मसखरे अमिताभ का मनोरंजक अंदाज

 


मिरर पर टेप चिपकाना

अमर-अकबर-एंथोनी फिल्म के एक दृश्य में एंथोनी की फिल्म में जमकर पिटाई होती है। शरीर के हर हिस्से में चोट के निशान लिए एंथोनी घर आता है। शराब के नशे में होने के कारण वह मिरर में अपनी छाया से ही बातें करने लगता है। यही नहीं, वह मजेदार बातें करते हुए अपने चोट वाले स्थानों के बजाय मिरर की अपनी तस्वीर पर बैंडेज चिपकाता है। बीच-बीच में कहता भी जाता है-हिलना नहीं। यह सीन अमिताभ से इतने परफेक्शन के साथ किया कि हर कोई वाह-वाह कर उठा।

..क्योंकि वह दारू नहीं पीता
सत्ते पर सत्ता फिल्म में अमिताभ सोम, मंगल, बुध, गुरु, शुक्र, शनि के सबसे बड़े भाई रवि बने हैं। फिल्म के मुख्य विलेन अमजद खान से वे मिलते हैं। शराब पीने के दौरान वे अमजद को अपने भाइयों के बारे में बताना शुरू करते हैं। हर भाई की अच्छाई बताने के बाद वे अपनी बात का समापन इसी वाक्य से करते हैं-..क्योंकि वह दारू नहीं पीता। दारू पीने से लीवर खराब हो जाता है। बहुत बुरी चीज है।

वीरू की शादी का प्रस्ताव लेकर पहुंचना

शोले फिल्म में जय बने अमिताभ अपने जिगरी दोस्त वीरू की शादी का प्रस्ताव लेकर बसंती की मौसी के पास जाते हैं। प्रस्ताव रखने पर मौसी कहती है-लड़का कमाता क्या है। जय का जवाब होता है-लड़का जुआ खेलता है। कभी कमाता भी है तो कभी गंवाता भी है। मौसी कहती है कि शादी के बाद जुआ खेलना लड़के को छोड़ना पड़ेगा, तो जय कहता है-जुआ तो केवल वह तब खेलता है जब शराब पी लेता है और कोठे पर नाच देखने जाता है। मौसी जब लड़के यानी वीरू के खानदान के बारे में पूछती है तो जय कहता है-बस मौसी, खानदान का पता चलते ही आपको बता देंगे।

कीड़े दो तरह के होते हैं

‘हम’ में टाइगर बने अमिताभ का दोस्त गोंजाल्विस है, जिसे मारने की गुंडे साजिश रचते हैं। अमिताभ इस बारे में जानकारी देने गोंजाल्विस के पास जाते हैं, लेकिन वे उसे पूरी बात नहीं बता पाते। हर बार उनकी सुई यहीं अटककर रह जाती है-देखो गोंजाल्विस, दुनिया में दो तरह के कीड़े होते हैं। गंदी नाली वाले और सोसाइटी में रहने वाले। गंदी नाली के कीड़े के लिए तो फ्लिट बन चुका है, लेकिन सोसायटी के कीड़ों को खत्म करने के लिए फ्लिट अब तक नहीं बना। वे यह बात हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में बताते हैं।


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