भारत के खिलाफ खेलेंगे शोएब

 


पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड(पीसीबी) के अनुशासन की “लक्ष्मण रेखा” को बार-बार पार करने वाले मार्डन क्रिकेट के “बैड ब्वॉय” शोएब अख्तर का भारत के खिलाफ खेलने का रास्ता साफ हो गया है। बोर्ड की अनुशासन समिति ने उन्हें अनुशासन उल्लंघन के कई मामलों ओर साथी गेंदबाज मो. आसिफ को बेट से मारने के लिए 13 मैचों के प्रतिबंध और 34 लाख रुपए के जुर्माने की सजा सुनाई है। समिति ने ट्वंटी20 विश्वकप और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ जारी दो टेस्ट मैचों की सीरीज को भी प्रतिबंध के अंतर्गत माना है। इसके तहत वे दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ होने वाले पांच वन डे इंटरनेशल सीरीज के अंतिम मैच और भारत के खिलाफ होने वाली पूरी सीरीज में खेल सकेंगे। पीसीबी की तीन सदस्यीय समिति ने शोएब को दो साल की परिविक्षा अवधि में शामिल किया है। इस दौरान अनुशासन तोड़ने पर उन्हें लाइफटाइम बैन झेलना पड़ेगा। उन्हें पांच बार अनुशासन तोड़ने का दोषी पाया गया। उल्लेखनीय है कि एक बार यह विवादास्पद तेज गेंदबाज परिविक्षा अवधि का उल्लंघन कर चुका है।

बार-बार अनुशासन तोड़ना आदत है: पीसीबी टीम में अनुशासन को लेकर भले ही जीरो टोलरेंस की नीति अपना रही हो, लेकिन सच्चई यह है कि बार-बार अनुशासन तोड़ना शोएब की आदत बन चुकी है। भारत में खेली गई चैंपियंस ट्रॉफी-2006 में प्रतिबंधित दवाओं का सेवन करने के कारण उन पर दो साल का प्रतिबंध लगाया गया था। हालांकि बाद में यह प्रतिबंध उठा लिया गया। वे इस साल जनवरी में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पोर्ट एलिजाबेथ टेस्ट के बाद से अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट नहीं खेले हैं। विश्वकप-2007 से उन्हें मांसपेशियों में खिंचाव आने के कारण बाहर रहना पड़ा था। ट्वंटी20 विश्वकप ख्ेालने पहुंची पाक टीम में शोएब को शामिल किया गया था। लेकिन वहां आसिफ को बेट से मारने के कारण उन्हें वापस पाक भेज दिया गया था। स्वदेश लौटने के बाद शोएब ने बिना पीसीबी की अनुमति के मीडिया से बात की और कहा कि उन्हें शाहिद आफरीदी ने बेट मारने के लिए उकसाया था।

वे ट्वंटी20 विश्वकप के पहले कराची में लगे ट्रेनिंग कैंप को छोड़ने के कारण लगे जुर्माने और सजा से बच निकलने में कामयाब रहे थे। उस समय बोर्ड ने कप्तान शोएब मलिक की बात पर ऐतबार किया, जिसमें कप्तान ने कहा था कि शोएब उन्हें बताकर गए थे।

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