साख बचाने का आखिरी मौका


 ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध सात वनडे मैचों की सीरीज में 2-0 से पिछड़ रही भारतीय टीम के लिए सोमवार को यहां चौथे वनडे मैच में हर हाल में जीत दर्ज करनी होगी। इससे पहले कि ट्वेंटी-20 वल्र्डकप की खिताबी जीत धूमिल हो, धोनी की टीम इंडिया को इस मैच में बल्लेबाजी और गेंदबाजी के साथ ही उम्दा क्षेत्ररक्षण की बदौलत जीत दर्ज कर अपनी साख बचानी ही होगी।

टीम स्पिरिट जरूरी :

भारतीय बल्लेबाज पिछले मैचों में बड़ी साझेदारी नहीं कर सके हैं। युवराज को छोड़कर किसी भी बल्लेबाज ने अपनी जिम्मेदारी नहीं निभाई है। गौतम गंभीर और सचिन तेंडुलकर की सलामी जोड़ी का प्रदर्शन भी फीका ही रहा है। तेंडुलकर ने हैदराबाद वनडे में 71 गेंदों पर 43 रन बनाए थे, जो सीरीज में उनका अभी तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है।

14 साल बाद :

चंडीगढ़ के सेक्टर-16 स्थित क्रिकेट स्टेडियम में करीब 14 साल बाद वनडे मैच होने जा रहा है। इस मैच को जीतकर ऑस्ट्रेलिया सीरीज में अपनी जीत सुनिश्चित करने का पूरा प्रयास करेगी।

फॉर्म में कंगारू :

विदेशी पिच पर लगातार दो मैच जीतकर ऑस्ट्रेलियाई टीम खासी उत्साहित है। बल्लेबाज मैथ्यू हेडन फॉर्म में हैं। उनके अलावा टीम एंड्र्यू सायमंड्स और माइकल क्लार्क से एक बार फिर अच्छी पारी की उम्मीद कर रही है। ब्रैड हैडिन ने पिछले दो वनडे में शानदार खेल दिखाया है। गेंदबाजी में ब्रेट ली, जॉनसन, स्टुअर्ट क्लार्क, ब्रैड हॉग और नाथन ब्रेकन के रहते टीम का आत्मविश्वास सातवें आसमान पर है।

वेंगसरकर ने गलत समय पर की टिप्पणी : राजपूतभारतीय टीम के मैनेजर लालचंद राजपूत ने मुख्य चयनकर्ता दिलीप वेंगसकर द्वारा सीनियर खिलाड़ियों को चेतावनी देने के समय को गलत करार दिया है। राजपूत ने कहा, ‘मेरे विचार से सीरीज के बीच में इस प्रकार का बयान देना गलत है, क्योंकि इससे खिलाड़ियों पर निश्चित रूप से गलत प्रभाव पड़ेगा। मुझे लगता है कि कर्नल भी इस बारे में अच्छी तरह जानते होंगे। वैसे वेंगी की चेतावनी के बजाय खिलाड़ी सिर्फ अपने खेल पर ध्यान दे रहे हैं।


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