A Career as Information Systems Auditor


 कंपनियों में आज कंपनी सेक्रेट्री का पद काफी महत्वपूर्ण हो गया है। यह कंपनियों में सरकारी नियमों को लागू कराने वाला अधिकारी होता है। द इंस्टीटयूट ऑफ कंपनी सेक्रेटेरीज ऑफ इंडिया कंपनी सेके्रटरी का कोर्स संचालित करता है। आप चाहें तो 10+2 या फिर ग्रेजुएशन के बाद कंपनी सेक्रेट्री का कोर्स कर सकते हैं। यह कोर्स कॉलेज की पढ़ाई के साथ-साथ घर बैठे डिस्टेंस एजूकेशन के जरिए किया जा सकता है। कोर्स में इंफॉरमेशन सिस्टम और सिस्टम ऑडिट जैसे विषयों के पढ़ाये जाने की वजह से, आईटी क्षेत्र में भी रोजगार के लिए भी उपयोगी हो गया है।

कोर्स के तीन भाग है- फाउंडेशन, इंटरमीडिएट तथा फाइनल। फाउंडेशन कोर्स 10+2 पास या इसके समकक्ष (फाइन आर्ट्स को छोड़कर) कला, वाणिज्य तथा विज्ञान में से किसी भी क्षेत्र के विद्यार्थी कर सकते हैं। इंटरमीडिएट कोर्स फाउंडेशन पास या किसी भी विषय के स्नातक कर सकते हैं। फाइन आटर््स में स्नातक इस कोर्स को नहीं कर सकते हैं। इंटर या फाइनल के बाद विद्यार्थियों को 16 महीनों का मैनेजमेंट ट्रेनिंग भी लेना होता है। कोर्स में प्रवेश पूरे वर्ष भर जारी रहता है। फाउंडेशन कोर्स में दाखिले के लिए उस सत्र की अंतिम तिथि 31 मार्च/30 सितंबर होती है। इंटरमीडिएट कोर्स में दाखिले के लिए कट-ऑफ तिथि 28 फरवरी/30 अगस्त होती हैं। फाउंडेशन कोर्स के जून 2006 की परीक्षा में शामिल होने के लिए अंतिम तिथि 30 सितंबर 2005 है।

कंपनी सेक्रेटरी का काम
कंपनी मामलों, कारपोरेट तथा सिक्युरिटीज कानूनों को लागू कराना।
कंपनी के निदेशकों, शेयर धारकों, सरकार और नियामक प्राधिकरण से कंपनी के बीच बेहतर तालमेल बनाने का काम करना।
कंपनी के सलाहकार के रूप में काम करना।
कारपोरेट क्षेत्र के लिए भविष्य की योजनाओं को बनाने में अहम भूमिका।

संभावनाएं
जिन कंपनियों का पेड-अप शेयर कैपिटल दो करोड़ या उससे अधिक होता है उनके लिए कंपनी सेक्रेटरी नियुक्त करना अनिवार्य होता है। स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध कंपनियों को भी कंपनी सेक्रेट्री रखना आवश्यक है। भारतीय कंपनी कानून सेवा की एकाउंट शाखा के ग्रेड 1 से ग्रेड 4 में नियुक्ति के लिए सीएस मेंबरशिप एक अनिवार्य योग्यता है। ऐसी कंपनियां जिनका पेड-अप शेयर कैपिटल दस लाख रुपये या उससे अधिक लेकिन दो करोड़ रुपये से कम होता है, उनको भी कम्प्लायंस सर्टिफिकेट लेने के लिए कंपनी सेक्रेट्री की सेवाएं लेनी पड़ती हैं। इस प्रकार कंपनी सेक्रेट्री अपना निजी प्रैक्टिस भी कर सकता है। पी.एच.डी. कोर्स में दाखिले के लिए बहुत से विश्वविद्यालयों द्वारा सी.एस. कोर्स को मान्यता दी गई है। इसके बाद विश्वविद्यालयों में लेक्चरर के रूप में नियुक्त होने की अच्छी संभावनाएं हैं। आई सी.एस. आई. अपने मेम्बरों में पोस्ट मेंबरशिप क्वालिफिकेशन कोर्स (पीएमक्यू) भी कराती है। आई.सी. एस. आई. के वर्तमान सचिव तथा सीईओ नरेश कुमार जैन कहते हैं कि कंपनी सेक्रेट्री का पद काफी प्रतिष्ठा वाला और अवसरों से भरपूर है। विद्यार्थियों के मार्गदर्शन के लिए हमलोग हमेशा उपलब्ध रहते हैं। अगर विद्यार्थी लगन के साथ निरंतर प्रयत्न करता है तो सफलता सुनिश्चित है। अधिक जानकारी के लिए इंस्टीटयूट ऑफ कंपनी सेक्रेटेरीज की वेबसाइट www.icsi.edu पर संपर्क किया जा सकता है-
आई.सी.एस. आई. मुख्यालय आई.सी.एस.आई. हाउस, 22 इंस्टीट्यूशनल एरिया, लोदी रोड, नई दिल्ली-110003 फोन. न. 011-51504444, 24617321-24 ई-मेल: info@icsi.edu

क्षेत्रीय कार्यालय
आई.सी.एस.आई.-एन.आई.आर. सी. बिल्डिंग, प्लांट न. -4, इंस्टीट्यूशनल एरिया, प्रसाद नगर, नई दिल्ली-110005 फोन न. 011-25763090, 25767190, 25816593  ई-मेल : niro@icsi.edu/icsi @eth .net
कोलकाता – 033-22832973, 22816541 ई-मेल : eiro@icsi.edu 
चेन्नई – 044-28279898 ई-मेल- icsisiro@sify .com/diro@icsi.edu
मुंबई – 022-22021826, 22844073,  ई-मेल :  wiro@icsi.edu


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